डॉलर में गिरावट के कारण रूपया 30 पैसे की शानदार मजबूती के साथ करीब चार माह के उच्च स्तर 66.52 रूपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह ११ मई २०१६ के बाद का सबसे मजबूत बंद भाव है जब रूपया 66.56 रूपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार मे बड़ोती के साथ विदेशी पूंजी के सतत निवेश के बीच एशियाई मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी के कारण रूपये की तेजी को समर्थन हासिल हुआ। कुछ विदेशी बैंकों और निर्यातकों द्वारा डॉलर बिकवाली से भी रूपये की धारणा तगड़ी हुई।
सप्ताहांत के आंकड़ें दर्शाते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अगस्त में उम्मीद से कहीं कम रोजगार सृजित हुए जिसके कारण सितंबर में फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि किये जाने की संभावना कम हो गई जिसके बाद अन्य प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में $ में लगातार 2 दिन गिरावट देखने को मिली।
भारतीय रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल द्वारा पारी शुरूआत की वजह से सकारात्मक धारणा को देखते हुए अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रूपये की आज 66.53 रूपये/डॉलर पर मजबूत शुरूआत हुई और कारोबार के दौरान डॉलर की भारी बिकवाली से यह मजबूत होता हुआ दिन के उच्चतम स्तर 66.47 रूपये प्रति डॉलर तक जा पहुंचा।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार मे बड़ोती के साथ विदेशी पूंजी के सतत निवेश के बीच एशियाई मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी के कारण रूपये की तेजी को समर्थन हासिल हुआ। कुछ विदेशी बैंकों और निर्यातकों द्वारा डॉलर बिकवाली से भी रूपये की धारणा तगड़ी हुई।
सप्ताहांत के आंकड़ें दर्शाते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अगस्त में उम्मीद से कहीं कम रोजगार सृजित हुए जिसके कारण सितंबर में फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि किये जाने की संभावना कम हो गई जिसके बाद अन्य प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में $ में लगातार 2 दिन गिरावट देखने को मिली।
भारतीय रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल द्वारा पारी शुरूआत की वजह से सकारात्मक धारणा को देखते हुए अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रूपये की आज 66.53 रूपये/डॉलर पर मजबूत शुरूआत हुई और कारोबार के दौरान डॉलर की भारी बिकवाली से यह मजबूत होता हुआ दिन के उच्चतम स्तर 66.47 रूपये प्रति डॉलर तक जा पहुंचा।
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